शराब खाने मे
संता शराबखाने में बैठा हुआ कुछ सोच रहा था। तभी उसे एक कोने में एक जादुई चिराग दिखाई पड़ा। वह चिराग के पास गया और उसे हिलाकर देखने लगा।उस चिराग से एक जिन्न निकला। उसने संता से उसकी किसी तीन ख्वाहिशों के बारे में पूछा। संता ने कुछ देर सोचा फिर बोला, “मैं ऐसी शराब चाहता हूं जो कभी खत्म न हो।”जिन्न ने हवा में हाथ लहराया। संता की मेज पर शराब से भरी बोतल आ गई। संता ने आजमाना चाहा। उसने बोतल की सारी शराब पी ली। लेकिन बोतल खाली नहीं हुई, वह पहले की तरह ही भरी रही।तब जिन्न ने उससे उसकी दूसरी और तीसरी ख्वाहिशों के बारे में पूछा। संता ने कुछ सोचकर कहा, “शराब की ऐसी दो और बोतलें आ जाएं।” संता और उसकी पत्नी जीतो काफी खुश थे। काफी लम्बे समय के इंतजार के बाद उन्हें गोद लेने के लिए एक बच्चा मिल पाया था। बच्चों के देखभाल केंद्र के व्यवस्थापक ने उन्हें बुलाकर कहा कि उनके पास एक तमिल बच्चा आया है। वे दोनों बच्चे को ले जा सकते है।बच्चे को लेकर दोनो खुशी-खुशी घर लौट रहे थे। रास्ते में वे दोनो एक रात्रि कॉलेज में दाखिला लेने पहुंचे। दाखिले के कागजातों को भर लेने के बाद कॉलेज के कर्मचारी ने पूछा कि क्या बात है कि वे तमिल ही सीखना चाहते हैं?संता और जीतो ने गर्व से कहा, “हमने एक तमिल बच्चा गोद लिया है। एक–दो साल में जब बच्चा बोलने लगेगा तो हम चाहते हैं हम भी उसकी बात समझ सकें।”
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