संता बंता

बंता हेलीकॉप्टर उड़ाने का प्रशिक्षण लेने गया। पहले दिन ही वह हेलिकॉप्टर उड़ाना चाह रहा था। प्रशिक्षक ने उसकी जिद पर उसे हेलिकॉप्टर उड़ाने की इजाजत दे दी। उसने रेडियो पर उसे कुछ जरूरी सूचना दी और उड़ान की कुछ प्रक्रिया के बारे में बताया।
बंता का हेलिकॉप्टर हवा में उठने लगा। 1,000 फीट की ऊंचाई पर उसने रेडियो पर सूचना भेजी कि उसे बहुत अच्छा लग रहा है और वह हेलिकॉप्टर बहुत अच्छी तरह से उड़ा रहा है।
कुछ ही मिनट में बंता का हेलिकॉप्टर 3,000 फीट की ऊंचाई पर जा पहुंचा। अचानक तभी हेलिकॉप्टर लड़खड़ाता हुआ नीचे की तरफ आने लगा। हेलिकॉप्टर को गिरता देख प्रशिक्षक बहुत डर गया। हेलिकॉप्टर नीचे आ गिरा।
प्रशिक्षक दौड़कर हेलिकॉप्टर के मलबे के पास पहुंचा और किसी तरह बंता को बाहर निकाला। बंता होश में था। उसने बंता से पूछा कि आखिर हुआ क्या था? वह अच्छा उड़ा रहा था।
बंता ने जवाब दिया, “मुझे भी कुछ पता नहीं। सब कुछ बढ़िया था। फिर मुझे ठंड लगने लगी और मैने अपने ऊपर का बड़ा पंखा बंद कर दिया।”

संता और बंता रात के खाने के लिए बाहर गए। रेस्त्रां में बैठ कर बेयरे से उन्होंने दो पैग शराब लाने को कहा। जब तक बेयरा शराब लेकर आता, दोनों अपने डब्बे से सैंडविच निकाल कर खाने लगे।
बेयरा जब वापस आया तो उन्हें डब्बे से निकाल कर सैंडविच खाते देखा। उसने कुछ हिचकिचाते हुए कहा, “माफ करें सर, यहां आप अपना खाना नहीं खा सकते।”
संता-बंता ने एक दूसरे की तरफ देखते हुए अपने कंधे उचकाए और अपना-अपना सैंडविच एक दूसरे से बदल लिया।

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